लेखनी कविता -19 Jul-2023 प्रतियोगिता हेतु -आधे अधूरे मिसरे - प्रसिद्ध पंक्तियाँ -जो बीत गई सो बात गई
काव्य प्रतियोगिता - जो बीत गई सो बात गई
जो बीत गई सो बात गई ,
अब क्यों धीरज खोते हो l
भूत के चक्कर में क्यों ,
स्वर्णिम वर्तमान खोते हो l
माना पीड़ा थी उस पल में ,
सहज नहीं है उसे भुलाना l
पर उसके लिए क्यों ,
आज की खुशियाँ खोते हो l
जब अपना ही मन दे ना साथ ,
मानो तुम बुद्धि की बात l
डालो मिट्टी गुजरे कल पर ,
संग हो लो आज के साथ l
समझा लो तुम खुद को आज ,
जो बीत गया सो बीत गया l
आज में उसका नहीं कोई स्थान ,
जो बीत गई सो बात गई l
#काव्य प्रतियोगिता #आधे अधूरे मिसरे /प्रसिद्ध पंक्तियाँ - जो बीत गई सो बात गई
#प्रमिला काव्यकाव्य प्रतियोगिता - जो बीत गई सो बात गई
Shashank मणि Yadava 'सनम'
27-Aug-2023 04:34 PM
Nice
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Milind salve
19-Jul-2023 01:51 PM
V nice
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